अमेरिका को क्यों लगता है कोरोना वुहान की लैब से निकला? जानिये पाँच कारण
अमेरिका को क्यों लगता है कोरोना वुहान की लैब से निकला?
माइक पोम्पियो अमेरिकी विदेश मंत्री द्वारा एक रिपोर्ट पेश की है जिसमें उन्होंने कहा है कि कोरोना वायरस चीन के वुहान इंस्टिट्यूट ऑफ वाईरोलॉजि (WIV) के लेब से निकला है। WHO की एक टीम जल्द ही इस लेब की जाँच कर रिपोर्ट दे देगी।
अमेरिका को क्यों लगता है कोरोना वुहान की लैब से निकला जानिये पाँच कारण
- अमेरिका यह दावा करता है कि WIV में अध्यन करने वाले कई व्यक्ति सिंतबर 2019 में कोरोना के लक्षण के साथ बीमार पड़े थे पर तब तक कोरोना बीमारी का पता नही चल पाया था।
- WIV में चमगादड़ के एक वायरस RATG 13 पर अध्यन चल रहा था जो कि कोरोना वायरस Covid-SARS-COV-2 से 96.2% मिलता जुलता है। चीन ने अब RATG 13 पर हुए शोध की जानकारियों को छुपाना शूरू कर दिया है।
- पोम्पियो का कहना है कि चीन WIV को एक सामान्य नागरिक संस्थान बताती है पर असल मे यहाँ जीवों पर भी शोध कार्य होते हैं जो कि चीन की सैन्य शक्ति परियोजनाएँ हैं। यह परियोजनाएं गुप्त रूप से यहाँ संचालित हो रही हैं।
- अमेरिका के विदेश मंत्री का कहना है कि चीन ने इस वायरस के खतरे के बारे में जानकारी देने वाले अपने देश के ही वैज्ञानिकों, चिकित्सकों एवं पत्रकारों को दण्डित किया और समय पर WHO की विशेषज्ञों की टीम को न बुलाकर कोरोना को महामारी बनने दिया।
- अमेरिका का यह भी मानना है कि चीन इस से संबंधित सही जानकारी छिपा कर भविष्य में और भी महामारी फैला सकता है इसलिए WIV के लैब के सैंपल, लेब रेकॉर्ड और लेब के सभी स्टॉफ से संपर्क कर पूछताछ करना बेहद जरूरी है।