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Bazaars of Haldwani


Bazaars of Haldwani

हल्द्वानी - मटर गली से लेकर DC , कारखांना बाजार से लेकर BB


कुमाऊँ का द्वार कहे जाने वाले हल्द्वानी शहर में इन दिनों स्थानीय बाजारों की अलग ही पहचान बन गयी है। यहाँ मौजूद हर प्रकार के बाज़ार की अपनी एक अलग विशेषता है कुछ बाजारों में तो रोजमर्रा की चीज़ों से लेकर घरेलू सामान समेत कई अन्य सामग्री उपलब्ध कराता है तो कुछ अपनी फर्म की विशेष सामग्री के व्यापारी हैं। यूँ तो हल्द्वानी के बाजारों का महत्व अंग्रेजों के समकाल से चला आ रहा है परन्तु इसका विशेष होना इसकी भूमिका को और भी महत्वपूर्ण बना देती है । ब्रिट्रिश काल से लेकर वर्तमान समय तक हल्द्वानी के बाज़ार यहाँ के स्थानीय तथा कुमाऊँ भर के लोगों की समस्त आवश्यकताओं की पूर्ति कर रहे हैं। इसका सबसे बड़ा उदाहरण है पुराने समय से ही पहाड़ी क्षेत्रों से आने वाले फल व सब्जियों का आयात व निर्यात एवं मैदानी क्षेत्रों से पहुंचे साक सब्ज़ियों सहित सूती वस्त्रों का निरन्तर बाज़ार में चलन में रहना । यह व्यापारिक परिवेश तब से बना आ रहा है जब देश मे अंग्रेजी शासन हुआ करता था। अंग्रेज अधिकारी भी पहाड़ों से आने वाले सामग्री को अपनी सुविधाओं के अनुसार उपयोग में लाते थे। इन बाजारों के नाम भी किसी न किसी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि से जुड़े हुए है । जो इनके आधार को व्यक्त करते हैं। यह मुख्य रूप से इस प्रकार जाने जाते हैं


मटर गली

जैसा कि नाम से ही स्पष्ट होता है कि ऐसी गली जिसका आकार मटर के छिलके के समान संकरा हैं। इसी कारण यह स्थान हमेशा से ही मटर के दानों की तरह भरा हुवा मिलता है। प्रारंभिक दिनों में यहाँ से भीतर की तरफ साहूकारा लाइन तक सब्ज़ियों के ठेले लगा करते थे लेकिन आज यह नए फ़ैशन से सम्बंधित परिधान, जैकेट्स बच्चों के स्टाइलिश जीन्स के साथ उनके खेलने की सामग्री, यात्रा बैग्स के अलावा लस्सी और जूश  की दुकानों के लिए जाना जाता है। जब भी कोई नया मुसाफ़िर शहर में कदम रखता है तो उसकी भेट इस गली से ही होती है। चाहे वह परिवहन निगम की बसों से रोड़वेज पहुँचे या कुमाऊँ की यात्रा करके पहाडों से केमू स्टेशन अधिकांश लोग यहीं से होकर गुज़रते हैं। यहां पर घड़ियों के अलावा पीछे की छोर पर अस्पताल से लगी दवाइयों के भी कई सारे स्टोर है।

पटेल चौक 

यह हल्द्वानी शहर का सबसे पुराने समय का बाज़ार है जिसमें आंग्ल शासन 1995 के समय की सबसे पुराने स्वर्णकारों की दुकानें मौजूद हैं यह चौक पुराने समय में पीपल टोला और पसरट्टा के नाम से प्रसिद्ध हुआ करता था। चूँकि यहाँ एक पीपल का वृक्ष होने के साथ एक प्याऊ भी था जिसके कारण इस स्थान को पीपल टोला कहा गया । इसके पास बैठ कर काश्तकार अपनी फसलों से को बेचने आते थे और तब इस स्थान पर साक सब्ज़ियों से लेकर स्वर्ण आभूषणों की दुकानें हुवा करती थी। इनमें सबसे पुरानी दुकान थी जय जय राम जय गोपाल की जो आज भी जय गोपाल नरेश कुमार के नाम से बाज़ार में अपना वर्चस्व बनाये हुए है आज यहाँ पर साहूकारा लाईन से लेकर बर्तन बाज़ार तक सर्राफों की दुकानें हैं जिनमे हर तरह के आभूषणों की खरीदारी की जा सकती है। जैसे कि कुमांऊनी तथा गढ़वाली जेवरों की खरीद करनी हो या चाँदी पीतल काँसे निर्मित मूर्तियों का मोल भाव करना हो यह इस शहर का एक मात्र विश्वनीय स्थान है।


बर्तन बाज़ार

इस श्रृंखला में यह दूसरा पुराना बाज़ार है जहाँ पुराने जमाने से ही उत्तम स्टील एल्मुनियम चाँदी के बर्तनों का विपणन होता है। 1948 के दौर में इस बाज़ार में मुरादाबाद हापुड़ आदि मैदानी क्षेत्रों से आये काँसे, ताम्बे और पीतल के बर्तन बिकते थे जो कि आज बहुत कम चलन में हैं। इस क्षेत्र की सबसे पुरानी दुकानों में चिम्मल लाल और झब्बूलाल की दुकानें प्रमुख थी। आजकल यहाँ अन्य कई दुकानें मौजूद हैं जिनमें कानपुर मुरादाबाद से आये अच्छी गुणवत्ता के स्टील के बर्तनों की बिक्री होती है। अनेक प्रकार की घण्टियाँ, लक्ष्मी, गणेश व कुबेर की मूर्तियां भी यहाँ उचित दामों में मिल जाती हैं।

कारखाना बाज़ार


यह बाज़ार पुराने समय से ही कारखानों में प्रयोग किये जाने वाले औज़ारों के लिए प्रसिद्ध है। पहले इस बाज़ार में किसानों की खेती के दौरान प्रयोग आने वाले औज़ार और लोहे के बर्तनों का विक्रय होता था जो कि आज भी यथावत होता है इसके साथ ही यहाँ लोहारों की भट्टी हुआ करती थी जहां पर पुराने बर्तनों की ठुकाई पिटाई कर नए औज़ारों का निमार्ण होता था। जो इन दिनों में भी निम्न स्तर पर होता है परन्तु पूर्ण रूप से समाप्त नहीं हुआ है। खेती के औजारों के अलावा यह निर्माण कार्य में प्रयोग किये जाने वाले साधनों की भी खरीददारी की जा सकती है।


सदर बाजार

इन बाजारों में पूजा अर्चना के समान कच्चे नारियल हवन कुंड के समान के साथ ही तेल राशन, ग्रॉसरी महिलाओं के परिधान, जूते चप्पलें, स्कूलों ड्रैस, सूती व ऊनी वस्त्र किताबें और मीरा मार्ग में साज सज्जा, धागे और कपड़ों की सिलाई कताई से सम्बंधित चीज़ों के साथ ही घरेलू उपयोग का सारा सामान किफ़ायती दरों में उपलब्ध होता है। इन बाजारों में पुराने समय से ही घरों के समान तथा यूनिफॉर्म के लिये ही प्रसिद्ध रहे हैं। इसके अलावा यहाँ उत्तम क्वालिटी के मसाले जो कि पहाड़ी एवं मैदानी   क्षेत्रों से क्रय विक्रय के लिए आते हैं वह भी आसानी से मिल जाते हैं। यहाँ पर काले भटट व पहाड़ी राजमा, उडद, गहत, मडुए का आटा समेत अन्य सामग्री हर मौसम के अनुसार उपलब्ध होते हैं। साहूकारों की दुकानें होने के कारण ही यह स्थान सदर बाज़ार के नाम से विख्यात है।


दुर्गा सिटी सेंटर 


शहर के केंद्र में होने के कारण यह साथ सिटी सेंटर के नाम से जाना जाता है। इस जगह की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यहाँ चार फ्लोर की एक ही इमारत में तरह तरह के कोचिंग संस्थान, कम्प्यूटर हार्डवेयर, लेपटॉप, प्रिंटर, मोबाइल गेजेट्स एवं रेफ्रिजरेटर, वाशिंग मशीन, वाटर प्यूरीफायर के साथ ही शारिरिक क्रियाकलापों से संबंधित जिम और योग क्लासेज और आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए यहाँ कई मार्गदर्शक प्रतिष्ठान मिल जाते है इसके अलावा यहाँ आस-पास कुमाऊँ भ्रमण और यहाँ के पर्यटक स्थलों के बारे में जानकारी देने के लिए टूरिस्ट गाईड भी मिल जाते हैं। डीसी के नाम से जाने जाना वाला यह मार्केट अपनी  कुरियर सर्विसेज के भी कई विकल्प उपभोक्ताओं को देता हैं।

हल्द्वानी के शापिंग मॉल्स

 

हल्द्वानी - मटर गली से लेकर DC , कारखांना बाजार से लेकर BB


मैट्रो शहरों की तर्ज पर हल्द्वानी में भी वतर्मान में शॉपिंग मॉल का चलन बढ़ गया है इस तादाद में सबसे पहला और अधिक ग्राहक बटोरने की श्रेणी में मेगा मार्ट व बिग बाजार का नाम आता है यह पर उपभोक्ताओं की जरूरतों के अनुसार वह हर चीज़ उचित दाम पर उपलब्ध है जो अन्य बाजारों में मोलभाव करके मिलती है और अत्यधिक ख़रीदारी  एवं त्यौहारों तथा ख़ास अवसरों पर लोगों को भारी छूट का लाभ भी मिलता है इसके साथ ही इन मॉल्स में बाय वन गेट टू जैसे ऑफर लोगों को इनकी तरफ आकर्षित करने में कोई कसर नही छोड़ते। इन मॉल में आपकों एक ही इमारत के अंदर घरेलू सामान, फैशनेबल डिजाइनर ड्रैस, बच्चों के खिलौने, साक सब्ज़ी, किताबें फुटवियर, के अलावा ढूध दही अण्डे जैसे प्रतिदिन की खरीदारी वाला समान भी खरीद सकते हैं। इसके अलावा भी नैनीताल रोड पर वॉक-वे जहा पर कपड़ों के साथ- साथ बच्चों और युथ के लिए गेम्स मूवीज और शॉपिंग के बहुत से विकल्प रहते हैं इसके अलावा भी बाज़ार इंडिया, वी मार्ट, केएफसी जैसे कई स्टोर और शॉपिंग प्वाइंट हैं जहाँ जाकर ग्राहक अपनी पसंद का सामान खरीद सकता है।






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