पिथौरागढ़ शहर की 10 रोचक बातें
A corner of the Pithoragarh City |
पिथौरागढ़ शहर सोरघाटी के नाम से भी जाना जाता है यह शहर उत्तराखंड के चीन-नेपाल सीमा से लगा हुआ है, धारचूला और नेपाल सीमा से लगे लोग व नेपाल के लोग पिथौरागढ़ को "सोर" बोलते हैं और यहाँ रहने वालों के लिये "सोरयाल" शब्द का प्रयोग भी करते हैं। सीमांत में बसा हुआ ये शहर बहुत तेजी से विकसित हो रहा है, इस शहर की 10 खास बातें जो आपको एक टूरिस्ट के तौर पर और एक स्थानीय के तौर पर जाननी चाहिए।
पिथौरागढ़ शहर की 10 रोचक बातें
- पिथौरागढ़ का नाम पिथौरागढ़ किले के नाम पर पड़ा जो शहर के बीचों बीच मौजूद है और यहाँ से आज भी पूरे शहर को देखा जा सकता है किले के बाहर रामलीला मैदान है जिसके कोनों पर दर्शकों के बैठने वाली सीढ़ियां बनी हैं सर्दियों में धूप सेंकने के लिए उत्तम स्थान व गर्मियों में शाम के समय बैठने के लिए एक आदर्श स्थान होने के कारण यह युवाओं के बैठने का मुख्य अड्डा है,जिसके समीप ही जिला पुस्तकालय भी है जिस कारण भी यहाँ युवाओं की चहल कदमी बनी रहती है।
London Fort Pithoragarh - पिथौरागढ़ को सोर भी कहा जाता है धारचूला और नेपाल सीमा से लगे लोग व नेपाल के लोग पिथौरागढ़ को सोर ही बोलते हैं और यहाँ रहने वालों के लिये सोरयाल शब्द का प्रयोग भी करते हैं। पिथौरागढ़ के लोगों का नेपाल से रोटी बेटी का रिश्ता है और यह संबंध बहुत पुराने समय से है और इतिहासिक दस्तावेजों में गोरखा शाशन के दौरान या उस से पूर्व भी यह संबंध राजघरानों में भी हुआ करते थे।
On Ramganga River - पिथौरागढ़ प्रतिवर्ष देश को सैकड़ों सैनिक व अफसर देता है वर्तमान में पिथौरागढ़ जिला सबसे अधिक पूर्व सैनिक वाले जिले की श्रेणी में सम्मिलित है।
- Gen. B.C.Joshi Army Public School स्कूल पिथौरागढ़ के सबसे बड़े स्कूलों में से एक है 23 एकड़ की भूमि पर बना यह स्कूल पूर्व सैनिक, ऑफिसर, जेसीओ एवं स्थानीय एवं विदेशी नागरिकों के बच्चों के लिए उच्च स्तर की शिक्षा प्रदान करता है व छात्रों को ऑल इंडिया सीनियर सेकेंडरी लेवल के एग्जाम्स की तैयारी करवाता है।
Gen. BC Joshi APS Pithoragarh - चंडाक शहर से 5 किलोमीटर की दूरी पर बसा यह गाँव अपने लोकेशन के कारण प्रसिद्ध है यह एक साइट सीइंग प्वाइंट है यहां से आपको पिथौरागढ़ शहर के बेहतरीन व्यूज देखने को मिल जाते हैं उसके साथ ही आप हिमालय पर्वत श्रृंखला पंचाचूली, नैनीसैनी एयरपोर्ट व पूरे शहर के दर्शन इस जगह से कर सकते हैं, पूर्व में चंडाक में लेप्रोसी मिशन का हॉस्पिटल था जिसे eco पार्क में बदलने का प्रस्ताव है।यहाँ संडे व छुट्टी वाले दिन पर्यटकों की भीड़ रहती है सर्दियों में धूप सेकने व सुकून से बैठने के लिए यहाँ बहुत से स्पॉट बनाये गए हैं। वरदानी माता मंदिर व्यू स्पॉट को इसी उद्देश्य से विकसित किया जा रहा है यह मंदिर शहर से 3 किलोमीटर की दूरी पर चंडाक से पहले है।
Soarvalley view from Chandak Peak - देव सिंह मैदान शहर की धड़कन है शहर में कई रौनक को का आगमन इसी मैदान से होता है राष्ट्रीय स्तर का फुटबॉल मैच से लेकर , राज्य व जिले स्तर के फुटबॉल मैच के लिए प्रसिद्ध यह मैदान शहर के एकदम बीचों बीच है इसीलिए भी पिथौरागढ़ बाजार में युवाओं की चहल-पहल हमेशा बनी रहती है सोर महोत्सव हो या दीपावली का पटाखा बाजार कोई व्यवसायिक मेला या फिर किसी मंत्री, नेता का रैली संभोधन, देव सिंह मैदान इन सभी कार्यों के लिए उपयुक्त एवं हमेशा उत्तम स्थान रहता है पिथौरागढ़ जिले के शान में चार चांद लगाने वाली संपत्ति में देव सिंह मैदान का नाम हमेशा रहेगा। इसके अतिरिक्त पिथौरागढ़ शहर में एक अन्य स्टेडियम भी है जहां विभिन्न प्रकार के खेलों के प्रशिक्षण दिए जाते हैं शहर के बीचो-बीच इतने बड़े मैदान होना पिथौरागढ़ जिले के लिए गर्व की बात है जिनका उपयोग शहर के लोगों द्वारा उत्तम प्रकार से किया जा रहा है।
Devsingh Ground - पिथौरागढ़ जिला प्रशासन के इंफ्रास्ट्रक्चर कि अपनी ही एक खासियत है कि आपको जिलाधिकारी कार्यालय, मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय, मुख्य पुलिस अधीक्षक कार्यालय एवं चीफ डेवलपमेंट ऑफीसर कार्यालय 200 मीटर की परिधि के भीतर ही मिल जाएंगे। पिथौरागढ़ जिले के अतिरिक्त शायद ही कोई ऐसा जिला होगा जहां सारे प्रशासनिक अधिकारी कार्यालय इतने सुगमता से आम नागरिक को मिल जाएंगे, उत्तराखंड में ऐसे भी जिला अधिकारी कार्यालय हैं जहां जनता दरबार या अन्य कार्यों हेतु आम नागरिक को पहुँचने के लिए खड़ी चढ़ाई करनी पड़ती है।
- नैनी सैनी एयरपोर्ट उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में पहला एक्टिव एयरपोर्ट नैनी सैनी एयरपोर्ट ही है यहां से कमर्शियल सेवाएं शुरू हो चुकी है इस एयरपोर्ट का योगदान सुरक्षा दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है और भारतीय वायु सेना एवं थल सेना वर्तमान में इस एयरपोर्ट को प्रयोग में ला रहे हैं।
Nainisaini Airstrip - जिला अस्पताल पिथौरागढ़, वर्तमान में शहर में समस्त प्रकार की स्वास्थ्य सुविधाओं को प्रदान कर रहा है पिथौरागढ़ जिले के अतिरिक्त चंपावत व नेपाल के दार्चुला एवं बैतड़ी जिले के मरीजों को भी यहां हर प्रकार के उपचार प्रदान किए जाते हैं जिला अस्पताल में एक उच्चतम क्वालिटी की आई सी यू यूनिट भी है परंतु उपयुक्त फैकल्टी ना होने के कारण यह प्रयोग में नहीं लाई जा रही है जिला महिला चिकित्सालय मैं भी उत्कृष्ट सेवाएं दी जा रही है परंतु प्रतिमाह उच्चतम सुविधाओं के अभाव में औसतन 8 से 10 निओ-नेटल केसेस सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी के लिए रेफर किए जाते हैं जिसकी दूरी लगभग 220 किलोमीटर है।
- इन सब के अतरिक्त पिथौरागढ़ की चाऊमीन भी अन्य जगहों की चाऊमीन से अलग है पिथौरागढ़ में स्थानीय लोगों द्वारा बनाई जाने वाली चाऊमीन में तिब्बती व कुमाऊनी फ्यूजन देखने को मिलता है चाऊमीन के साथ परोसा जाने वाला सूप भी एक अलग स्वाद प्रदान करता है जोकि उत्तराखंड में अन्य जगहों में दिए जाने वाले चाऊमीन और सूप से बिल्कुल भिन्न होता है।
Pithoragarh Chauwmin